नमस्कार दोस्तों, में शुभम शर्मा आपका दोस्त और समाचार पत्रिका लेखक आज नया लेख लेकर आया हूँ जो कुछ इस प्रकार है।आज का लेख है अजय ajay और जुली की प्रेम कहानी।
एजेंसीयो का मजाक
पिछले कुछ दिनों मे सरकार और हमारी कच एजेंसीयो का मजाक बना हुआ है।
कोई भी भारत मे घुस जाता है और कोई भी भारत से बाहर चला जाता है।
एजेंसीयी को ना आने का पता चलता है और ना ही जाने का।
सबसे पहले सीमा हैदर नामक एक महिला अपने 4 बच्चो के साथ भारत आ जाती है।
फिर अंजू नामक एक महिला भारत से दूसरे देश चली जाती है,
और बीते कुछ समय मे एक खबर और आई है के मुरादाबाद मे रहने वाले युवक को बांग्लादेश मे रहने वाली एक जुली नामक महिला से एक सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिये मुलाक़ात हुई और फिर दोनों मे प्यार हो गया। जुली लीगल तरह से भारत आई दोनों ने शादी की और फिर वापिस बांग्लादेश चली गयी, क्युकी वीसा की मियाद खतम हो रही थी.
वीसा को बढ़ा कर 3 महीने का कराया और वापिस भारत आ गयी।
Ajay की नौकरी मुरादाबाद के बहार
इस समय अजय Ajay की नौकरी मुरादाबाद के बहार लग गयी तो जुली अपनी सास के साथ मुरादाबाद मे ही रहने लगी.
सास बहु मे अनबन हुई तो जुली वापिस बांग्लादेश चली गयी।
अजय को अपनी पत्नी से मिलना था मगर अजय के पास वीसा तो छोड़िये पासपोर्ट भी नहीं था।
जुली से बात हुई तो उसने अजय से बोला के आप पश्चिम बंगाल आ जाओ
और वहा से लगी बांग्लादेश की सीमा पर दोनों मिले और अजय जुली के साथ बांग्लादेश चला गया।
अजय का फ़ोन
माँ परेशान थी के बेटे से बात नहीं हो पा रही है.
उधर बांग्लादेश से ही अजय का फ़ोन आया और उसने अपनी माँ को पूरी कहानी बताई।
अजय ajay एक बार फिर भारत बांग्लादेश की सीमा पर आया और असंविधानिक रूप से भारत मे दाखिल हो गया।
अब अजय न पासपोर्ट के लिए आवेदन किया है और वो संविधानइक रूप से बांग्लादेश अपनी बीवी के पास जा के उसको वापिस अपने देश भारत लाना चाहता है।
कोई कभी भी आ सकता है कभी भी जा सकता है,
तो क्या 2019 मे हुए पुलवामा हमले मे हुए हमारे 40 भाइयो की सहादत भी ऐसा ही लापरवाही का नतीजा है। उस समय भी भारी मात्रा मे विस्फोटक पदार्थ भारत मे ऐसा ही आ गया था क्या उस समय भी भारतीय एजेंसीया सोइ हुई थी। कवि हरिओम पवार की एक लाइन इस समय पर बहोत याद आती है, ( कया पहरे वाले सूरज की गद्दारी है या फिर सोने का हिरन हमारे देश भक्ति पर भारी है)।
सरकार की लापरवाही
बीते कुछ दिन पहले सत्यपाल मालिक ( पूर्व गवर्नर जम्मू & कश्मीर ) ने बयान दिया था के पुलवामा हमला सिर्फ और सिर्फ सरकार की लापरवाही का नतीजा है। यह हमला सरकार की नाकामी और अक्षमता की वजह से हुआ है। सरकार ने हर बार की तरह इस मामले मे ब्बि चुप्पी साधे हुए है। हमारे देश के एक नेता पर इतना खर्चा कर सकते है मगर देश के वीर जवान बेटों के लिए हवाई सुरक्षा नहीं दी गयी।